Saturday 21 March 2020

The works of the many famous writers are available in digital format.  





In this blog, we are sharing ten novels written during current decade 2020.
They are bought frequently by readers every where the globe. Novels, collection of poems, religious books, books of ancient writer; all those books which are in syllabic script may be found in digital format and might be reached by the readers from everywhere the globe. The most frequently bought books are the religious books, often, like The Ram Charit Manas, The Mahabharata, and also the Gita. Modern literary books also are purchased by reader. Premchand, Jaishankar Prasad, Nirmal Verma, Mahadevi Verma etc. are some of the famous writers, whose novels, stories and poems are always searched by readers. The young writers who have recently published their works and got publicity, their works are also available in digital format. Here you will get the lists of some readable books.
  

आप सभी पाठकों का स्वागत है । हम आपको यहाँ उन कृतियाँ से अवगत कराना चाहते हैं, जिसे पढकर आप आनंद महसूस करेंगे। हिंदी साहित्य में शुरुआत से लेकर वर्तमान समय तक बहुत सारी ऐसी पुस्तकें लिखी गयी जो अत्यंत ही पठनीय एवं रोचक है।  अन्य भारतीय भाषा के साहित्यकारों की कृतियाँ का हिंदी रुपांतरण भी यहाँ संग्रहित है । शरतचंद्र, बंकिमचंद्र, रबिंद्रनाथ टैगोर की रचनाऐं भी पढ सकते हैं ।

ई-पुस्तक 

आप सभी पाठकों का स्वागत है । यहाँ हम आपको उन कृतियाँ से अवगत कराना चाहते हैं, जिसे पढकर आनंद महसूस करेंगे। हिंदी साहित्य में शुरुआत से लेकर वर्तमान समय तक बहुत सारी ऐसी पुस्तकें लिखी गयी जो अत्यंत ही पठनीय एवं रोचक है। यहाँ पर कुछ पुस्तकों को उसके परिचय के साथ प्रस्तुत किया गया है, जिससे आप सभी को अपने रुचि अनुसार पुस्तक चयन में आशानी होगी ।

इस भाग में हमने अतयंत पठनीयमजेदार 10 पुस्तकों को संग्रहित किया है, जिसे यदि आपने पढना प्रारम्भ कर दिया तो बिना समाप्त किए नहीं रुकेंगे।  

1.यू.पी. 204 ( U.P.204 )
लेखक : मनोज मंजुल
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क्यों पढें ? 
यू.पी. 204 एक विज्ञान काल्पनिक कथा है । सदियों से मानव जाति कुछ ऐसे अंधकार के साथ जी रही है, जिसका वह अभ्यस्त हो चुकी है, उसे दूर करने से वह डरती है एवं साथ चलने में ही भलाई समझती है, परंतु जब उस पर विज्ञान की रोशनी पड़ती है तो सब स्पष्ट दिखता है और अंधकार स्वत: ही दूर हो जाता है....... | इस उपन्यास का छोटा अंश : जॉन वाटसन उस अद्भुत घटना को अपनी आँखों से देखने के लिए देवीपुर में लगभग महीना भर डेरा जमाये रहा । उसने रघुबीर तथा गाँव के कुछ लोगों के साथ बुढ़िया माई के स्थान में कई रातें बिताईं । पहली बार उसने जब अमावश्या की रात में पहाड़ी पर बिजली-सी चमक देखी, तब वह रोमाँचित हो उठा । उसने उसके कई चित्र खींचें । उसकी इच्छा हुई पास जाकर उस रोशनी के उद्गम को देखने की । वह जानना चाहता था कि रोशनी कहाँ से उत्पन्न होती है ? रोशनी की उत्पत्ति के क्या कारण हैं ?” आइए इसका पड़ताल करते हैं, इस कहानी को पढते हुए आप ऐसे रास्तों से गुजरेंगे जहाँ रहस्य है, डर हैं और रोमांच है ।





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2.बनारस टाकिज ( Banaras Talkies )

लेखक : सत्य व्यास
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क्यों पढें ?

बनारस टॉकीज़ साल 2015 का सबसे ज़्यादा चर्चित हिंदी उपन्यास है। साल 2016 और 2017 में भी ख़ूब पढ़े जाने का बल बनाए हुए है। सत्य व्यास का लिखा यह उपन्यास काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्रावासीय जीवन का जो रेखाचित्र खींचता है वो हिंदी उपन्यास लेखन में पहले कभी देखने को नहीं मिला। इस किताब की भाषा में वही औघड़पन तथा बनरासीपन है जो इस शहर के जीवन में है ।



3. डार्क हार्स (Dark Horse )

लेखक : निलोत्पल मृणाल
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क्यों पढें ?

डार्क हॉर्स ’हिंदी में लिखे गए इस दशक के सबसे लोकप्रिय उपन्यासों में से एक है। हिंदी माध्यम में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के जीवन का ऐसा जीवंत और विशद चित्रण आज तक किसी अन्य पुस्तक में नहीं किया गया। देश की सर्वोच्च सम्मानित परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवार न केवल एक आकांक्षी हैं, बल्कि उनकी गोद में बहु-जीवन शैली और संघर्ष भी है। यह उसी संघर्ष की कहानी है। इस उपन्यास में गाँवों / कस्बों से बाहर निकलने और शहरी जीवन के साथ विशेष रूप से मुखर्जी नगर, दिल्ली की पृष्ठभूमि में होने वाले असामान्य विचारों का चित्रण किया गया है। पाठकों के बीच अपार लोकप्रियता के अलावा, इस उपन्यास को 2015 का 'साहित्य अकाडमी यूथ अवार्ड' भी मिला है।


4. माउथ ऑर्गन (Mouth Organ)

लेखक : सुशोभित
क्यों पढें ?


यह क़िस्सों की किताब है। कुछ कपोल कल्पना, कुछ आपबीती, कुछ दास्तानगोई, कुछ बड़बखानी। अँग्रेज़ी में जिसे कहते हैं- 'नैरेटिव प्रोज़’। वर्णन को महत्व देने वाला गद्य, ब्योरों में रमने वाला गल्प। कहानी और कहन के दायरे से बाहर यहाँ कुछ नहीं है। यह ‘हैप्पी कंटेंट’ की किताब है। कौतूहल इसकी अंतर्वस्तु है। क़िस्सों की पोथी की तरह किसी भी पन्ने से खोलकर इसे पढ़ा जा सकता है।




5. मसाला चाय (Masala chai)
लेखक : दिव्य प्रकाश दुबे
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क्यों पढें ?

मसाला चाय’ की कहानियाँ आपकी ज़िन्दगी जैसी हैं। कभी थोड़ा ख़ुश, कभी थोड़ा उदास तो कभी दोस्तों के साथ ख़ुशियों जैसे तो कभी सबसे नज़र बचाकर आँसू बहाती हुईं। मसाला चाय को पढ़ना ऐसे ही है जैसे अपने कॉलेज की कैंटीन में सालों बाद जाकर दोस्तों के साथ चाय पीते हुए गप्पे मारना। अगर आप हिन्दी पढ़ना शुरू करना चाहते हैं तो यह किताब आपकी पहली किताब हो सकती है। बिल्कुल बोलचाल की भाषा में लिखी हुई किताब। आपको पढ़ते हुए ऐसा लगेगा जैसे लेखक जैसे लेखक कहानियाँ पढ़कर सुना रहा है। वैधानिक चेतावनी: मसाला चाय जिसको अच्छी लगती है उसको उसको बहुत अच्छी लगती है जिसको बुरी उसको बहुत बुरी।



6. द गर्ल इन रुम १०५  (The Girl in Room 105)

लेखक : चेतन भगत
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क्यों पढें ?
यह प्रेम कहानी नहीं है| यह कहानी है, उस प्यार की, जो ख़त्म नहीं हो सका |

फाइव पॉइंट समवन’ और ‘टू स्टेट्स’ जैसे उपन्यासों के लेखक चेतन भगत की क़लम से इस बार निकली है यह रोमांचक और मज़ेदार कहानी, जो इतनी तेज़ रफ़्तार से आगे बढती है कि एक बार पढ़ना शुरू करने के बाद आप उसे बीच में नहीं छोड़ सकते| यह कहानी है, जुनून की हद तक किए गए प्यार की, और आज के भारत में अपनी ज़िंदगी के मायने तलाशने की|




7. विटामिन ज़िन्दगी (Vitamin Zindagi)
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लेखक : ललित कुमार

क्यों पढें ?
आप परेशान हैं?... एक के बाद एक समस्याएँ जीवन में आती ही रहती हैं... तो क्या आपको लगता है कि जीवन की प्रॉबलम्स कभी खत्म नहीं होंगी? क्या आप जीवन में हार मान रहे हैं?...

जिस तरह शरीर को अलग-अलग विटामिन चाहिए -- उसी तरह हमारे मन को भी आशा, विश्वास, साहस और प्रेरणा जैसे विटामिनों की ज़रूरत होती है। लेखक ललित कुमार इन सभी को मनविटामिन कहते हैं। "विटामिन ज़िन्दगी" एक ऐसा कैप्स्यूल है जिसमें ये सभी विटामिन मिलते हैं।



8. जिन्हें जुर्म ए इश्क पर नाज था (Jinhen Jurme Ishq Pe Naaz Tha)
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लेखक : पंकज सुबीर  

क्यों पढें ?
इस उपन्यास को पढ कर देखिए, अनोखे तरीके से लिखा गया यह उपन्यास समाज के उस बिंदु प्रकाश डालता है जिस पर आज तक नहीं लिखा गया है ।





9. मल्लिका (Mallika)

लेखिका : मनीषा कुलश्रेष्ठ
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क्यों पढें ? मल्लिका आधुनिक हिन्दी के निर्माता भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की वह प्रेमिका थी जिसके संबंध में इतिहास और साहित्य मौन है। भारतेन्दु के घर के पास रहने वाली बाल-विधवा, मल्लिका ने भारतेन्दु से हिन्दी पढ़ना-लिखना सीखकर बांग्ला के तीन उपन्यासों का हिन्दी में अनुवाद किया। उन्हीं अनुवादों ने भारतेन्दु को ‘उपन्यास’ विधा से परिचित करवाया और इसी से प्रेरणा पाकर वे आधुनिक हिन्दी के निर्माता बने। लेकिन भाग्य की ऐसी विडंबना कि मल्लिका ने जो स्वयं मौलिक उपन्यास लिखा, उसका कहीं कोई ज़िक्र तक नहीं मिलता; जबकि उनका वह उपन्यास हिन्दी का प्रथम उपन्यास माने जाने वाले, परीक्षागुरु, से पहले का है। इतिहास के धुंधलके से गल्प के सहारे मनीषा कुलश्रेष्ठ ने उसी विस्मृत और उपेक्षित नायिका को खोज निकाला है और उसके जीवन पर एक काल्पनिक जीवनीपरक उपन्यास रचा है। मनीषा कुलश्रेष्ठ एक सुपरिचित लेखिका हैं जो कथा साहित्य के कई महत्त्वपूर्ण सम्मान और फ़ैलोशिप प्राप्त कर चुकी हैं। इनके अब तक सात कहानी-संग्रह और चार उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें शिगाफ़, पंचकन्या, स्वप्नपाश और किरदार उल्लेखनीय हैं। इनकी कई कहानियाँ विदेशी भाषाओं में भी अनूदित हो चुकी हैं। इनका संपर्क है |


10.देख लेंगे यार ( Dekh lenge yaar)

लेखक : दीपक कुमार  
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क्यों पढें

अपने सपनों के टूटने के बाद जब कोई लड़खड़ाकर जमीन की ओर लुढकने लगता है तो उसे टूटा-फूटा ही सही पर सबसे पहला कंधा अपने दोस्तों का ही मिलता है। ‘देख लेंगे यार’ नामक यह उपन्यास भी रितेश और अभिनव की दोस्ती के एक ऐसे ही सफर की ही कहानी है। उदयपुर शहर की खूबसूरती के बीच रितेश और अभिनव की दोस्ती भी धीरे-धीरे हर उस पड़ाव से गुजरती है जहाँ उनके बिखरने के कारण तो कई होते हैं पर जुड़े रहना का कारण सिर्फ एक कि वे दोस्त हैं। दोस्ती के इस सफर में कभी वे साथ में हँसना सीखते हैं तो कभी फूट-फूटकर रोना। कभी वे छोटी-सी बात के लिए एक-दूसरे से लड़ जाना चाहते हैं, तो कभी एक-दूसरे के लिए बिना अपने अंजाम की सोचे पूरी दुनिया से भिड़ जाना। अगर वास्तविकता में देखें तो यह उन दोनों के उस उम्र के बचपने की कहानी है जिसे लोग बड़े प्यार से जवानी कहते हैं, और उनकी इसी उम्र में फिर आता है ‘प्यार’ और वो भी कोई ऐसा-वैसा नहीं एकदम कड़क, जैसेकि उसे किसी ने सदियों तक अफ़ीम की चाशनी में डुबोकर रखा हुआ हो। अब चाहे आप मानें या न मानें पर उसके बाद से सब कुछ बदल जाता है। उनकी दोस्ती भी।

 


 
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